पाए धन लक्ष्मी कौडी निःशुल्क
₹500
Description
कौडी को लक्ष्मी का प्रतिक माना गया है मुद्रा प्रणाली से पूर्व कौडी ही वस्तु विनिमय का महत्वपूर्ण आधार थी। कौडी चूंकि लक्ष्मी की सहोदरी (बहन) हैं, अर्थात दोनो की उत्पति समुद्र से हुई हैं, अतः कौडी लक्ष्मी के समान ही पूजनीय हैं, लक्ष्मी का प्रतीकात्मक स्वरूप हैं, श्रीसुक्त की ऋचाओं से अभिमंत्रित कौडी को तिजोरी, लाॅकर या अलमारी में रखने से लक्ष्मी की कृपा सदैव व्यक्ति पर रहती है।
31 मई तक अज्ञातदर्शन के सदस्य वार्षिक सदस्य बनने पर आपको अभिमंत्रित 5 कौड़ियां निःशुल्क प्रदान की जायेगी। जिन्हे अज्ञातदर्शन कार्यालय द्वारा अभिशेक करके आपके पते पर निःशुल्क भेजा जायेगा।